घर से चले रास्ता मिला,
आगे चले दोराहा मिला
फिर तिराहा और आगे चौराहा.
कतार दर कतार लोग चल रहे हैं
मूक, उसूलों की कमान पर
जब भी अपनी मन की करो,
उल्लंघन करो तो
चोट लग जाती है.
कहते हैं आगे एक्स्प्रेस्स्वय मिले गा
वहां गाड़ियाँ खुद ब खुद चलती हैं
वह महामाया मार्ग है....
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