एक उम्र का फासला,
कुछ अनकहे वादे,
ये फर्जी दूरियाँ,
कई फ़तवे बेनाम ।
एक वो मुखालिफ
कुछ मुखबिर नज़रें,
ये रुहानी मह्बस,
कई मुख़्तार बेअदब ।
एक रिश्ता अधूरा,
कुछ नए ख्वाब ,
ये सुबह की खुमारी,
कई किरदार बेफिक्र ।
एक कुतुबखाना
कुछ नाचार कागज़ात
ये अल्फाज़ों का ज़हर
कई ख्वाइशें बेसुध।
एक तुम
कुछ हम
ये नासिरा
कई लम्हे बेबस ।
~ सूफी बेनाम
किरदार - character ;कुतुबखाना - library ; नाचार - helpless; नासिरा - lie, मिथ्या, falsehood ;मुखालिफ - revolting ;मुख़्तार - free to roam; मह्बस - jail.
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