Sunday, October 16, 2016

आओ गुमनाम..............

पुराने
शरीर के
घिसे-पिटे नाम
स्वस्थ्य स्वय में खोजता
बीमारियों से ग्रस्त बेनाम
अकेलेपन के एक्सपोज़र
असमय-समय के हिसाब
चाहतों के नजुला-जुक़ाम
सपनों की रतौंधी आयाम
किसी के साथ गुज़रे दिन
उम्र के जोड़ों को सहलाते
गठिया ग्रस्त रिश्तों के फ़ाम
खुशगम के द्विद्रुहि-विकार
चर्म रोग के इस्लाम
सांस की खुशबू कर्क रोग
प्यार बना के आया कई
याद के मेन्टल गुलाम
आरोग्य नहीं रोग बनाओ
जीवन को
आओ गुमनाम।

~ सूफ़ी बेनाम



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