Tuesday, May 12, 2015

अल्फ़ाज़ों का बदन

शिगुफ्ता  बदन की साँसों के
इतना करीब होना एक शिफ़ा है।

सलीक़ा तेरी अंगुलिओं में
हकीक़त की अदा से ज़्यादा है।

फिर -फिर तेरी दानिश कथनी ने,
अल्फ़ाज़ों का बदन टटोला है।

जब नींद लदी, तेरी आँखों से
मेरी किताब का आँचल छूटा था।

जिल्द पे लिखे मेरे नाम में भी
शोखी उम्मीद से जागी थी।

कुछ सांस भर ली थी मैने भी
एक रूहानी बदली छायी थी।
~ सूफी बेनाम




शिगुफ्ता - flourishing, blooming; शिफ़ा - healing; दानिश - wise ; शोखी - sauciness, naughtiness.

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