1222-1222-122
उलझ कर रह गया ख्यालों में यूं ही
गुंथा था जाने क्यों बालों में यूं ही
शहादत बन चुकी है उसकी चाहत
बड़ी तकलीफ है तारों में यूं ही
कभी तो गिनतियां दीवानो में हो
रहेंगे गुमशुदा यादों में यूं ही
नतीजा बन सकोगे मेरी किस्मत
बसे दिन रात की साँसों में यूं ही
वफ़ा है दिल जलाने का तरीका
सुनो मेरी रज़ा आहों में यूं ही
इनायत बन गयी है तेरी चाहत
सुलगती किस्मतें बाहों में यूं ही
नशा अब बन गया दिल का बवंडर
बहा हूँ शौक से प्यालों में यूं ही
रहा तेरी रिज़ा का ही भरोसा
लगा था इस तरह सालों में यूं ही
ज़रा हमको जगह दो आसमां में
फलक तक गुमशुदा राहों में यूं ही
बहुत सी रौनकें उस पार हैं पर
चलो तो घूम लें खारों में यूं ही
ज़माना देखता कब दिल के आँसू
जिगर तो बन्द था वादों में यूं ही
बहुत संगीन हैं यारी की शर्तें
रहेंगे मौन दीवारों में यूं ही
~ सूफ़ी बेनाम
उलझ कर रह गया ख्यालों में यूं ही
गुंथा था जाने क्यों बालों में यूं ही
शहादत बन चुकी है उसकी चाहत
बड़ी तकलीफ है तारों में यूं ही
कभी तो गिनतियां दीवानो में हो
रहेंगे गुमशुदा यादों में यूं ही
नतीजा बन सकोगे मेरी किस्मत
बसे दिन रात की साँसों में यूं ही
वफ़ा है दिल जलाने का तरीका
सुनो मेरी रज़ा आहों में यूं ही
इनायत बन गयी है तेरी चाहत
सुलगती किस्मतें बाहों में यूं ही
नशा अब बन गया दिल का बवंडर
बहा हूँ शौक से प्यालों में यूं ही
रहा तेरी रिज़ा का ही भरोसा
लगा था इस तरह सालों में यूं ही
ज़रा हमको जगह दो आसमां में
फलक तक गुमशुदा राहों में यूं ही
बहुत सी रौनकें उस पार हैं पर
चलो तो घूम लें खारों में यूं ही
ज़माना देखता कब दिल के आँसू
जिगर तो बन्द था वादों में यूं ही
बहुत संगीन हैं यारी की शर्तें
रहेंगे मौन दीवारों में यूं ही
~ सूफ़ी बेनाम
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