Saturday, October 1, 2016

दुप्पटे के नकापोश

एक सीधी लकीर ........
गाड़ियों का हुजूम
अनवरत ज़ारी
कल्पना की स्कूटी
सफारी पे भारी
ज़ूम करके निकलती
दुप्पटे के नकापोश
बन ट्रैफिक विकर्षण
क्या करे बेनाम फरामोश
भच्छ से दे मारी
आगे की गाड़ी
रेंगता हुआ समय
रेंगती धड़कन ........


~ सूफ़ी बेनाम



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