पत्थरों ने ही मजनून की पहचान बनायीं थी
इन्हीं में बसती शहरों की ला-मकाँ खुदाई थी
रहती नहीं थी इनमें कभी इक अर्स की दौलत
हर रोज़ की आफ़त मुस्तक़िल रहनुमाई थी
~ सूफी बेनाम
मजनून - Majnu the lover of Laila. ला-मकाँ - Homeless, Omnipresent, अर्स - time, मुस्तक़िल - Permanent, Firm.
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