वो कौन है, जिसे लोग, मेरे नाम से जानते हैं ?
अपनी हसरतों से अक्सर ही
मैं पूछता हूँ
वो कौन है, जिसे लोग
मेरे नाम से जानते हैं ?
कुछ जो आये भी करीब भी
इन अधूरे से जज़बातों के
एक बेनाम शक़्ल से मिल कर
लौट गये।
हर रोज़ गहरी हो रही है
हक़ीक़त और वज़ूद की दरार
न जाने किस ज़िक्र पे
ये भर पायेगी।
~ सूफी बेनाम
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