बहुत बंजर बहुत सूखा हुआ बादल मुझे कर दो | दया ममता न हो जिसमें वही आँचल मुझे कर दो | सिखा दो ए खुदा दुनिया को तुम चाहत के ढंग या फिर , नहीं होता है यूँ तो यूँ करो पागल मुझे कर दो | ~ आनन्द
No comments:
Post a Comment
Please leave comments after you read my work. It helps.
No comments:
Post a Comment
Please leave comments after you read my work. It helps.