मेरी ! सिर्फ़ मेरी !
कुछ चीज़ें हैं
जो मेरी हैं !
सिर्फ़ मेरी !
जैसे मेरा चाय का गिलास
मेरा तकिया
मेरा पेन
मेरी टेबल-कुर्सी घर
मेरी फैवरिट टी-शर्ट
सुबह का पहर,
और पानी का पाइप
जो चीज़ें सिर्फ़ मेरी हैं
मूक हैं
जड़ हैं।
शायद मेरा होने के लिए
ये ज़रूरी है।
~ सूफी बेनाम
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