Saturday, December 7, 2019

सहचरा

ज़िन्दगी है
तो अपनी प्रेमिका
अपनी पत्नी, अपनी सहचरा
अपनी दोस्त की स्टेयरिंग थामकर
उसके भीतर उसके दिल के एयर-कंडिशन्ड कम्पार्टमेंट
में leather seat पर बैठकर दुनिया देखने में है


उसमें फ्यूल हो तो क्या कहने
और टैंक फुल तो आहा !
......... दूर निकल चलो।


स्त्री मन की विंडस्क्रीन पे लगे हुए
चमकदार रेडिएशन फ्री ग्लास
स्पष्ट आंखों, कोमल luxurious मन के भीतर
स्टेयरिंग को संभाले,
उसके power-infused bold exterior, great geometry,
seamless body, connectivity on the go,
M2M embedded sim technology,
regenerative banking,
inbuilt navigation, fatigue reminder,
driver armrests, lumbar support
panoramic sunroof,
cruise control और mobile charging ports से लैस
अपनी संरक्षित सीट पर बेल्ट कसे
चुपचाप सर हिलाते
FM के चुनंदीदा गाने पर उन्मत्त
मगन-मस्त
मैं -आशिक-मिजाज़, आवारा
उसका ड्राइव-her तो बन बैठा हूँ
पर उसके ABC को सँभालते
गियर बदलते-बदलते
मंज़िल दर मंज़िल सड़कें नापते-नापते
अपनी वासना का उसके धातु से
संश्लेषण कर बैठा हूँ
परम पिता परमेश्वर का सपना आज पूरा हुआ
जीव-धातु- आत्मा- ऊर्जा सब एक साथ चल रहे हैं



माना अगर एक stick-shift गाड़ी India में चला लो
तो दुनिया भर के देशों की सड़कों और
cars की मास्टरी हो जाती है
पर सब ठीक होते हुए भी यह सोच कर
चिन्ताकुल हूँ कि
मेरी आतशमिज़ाज, हाई पिक-उप,
लाल रंग की चमचमाती डार्लिंग
में अगर एक सीट मेरी थी तो बाकी खाली सीट किसकी ?


चलो! अब ईश्वर की मंशा


एक third world country में
ड्राइविंग मज़ाक है
हर सफ़र में एक नया डेंट, एक नयी खरोंच
शिकायत यही है कि मेरे शहर की सकरी सड़क पर
नये नये मॉडल की चमचमाती चार पहियों पर
बेतहाशा दौड़ती स्त्रियाँ एक agenda ले कर आती हैं
और अक्सर ही लगा जाती हैं अपने निशान
या फोड़ जाती हैं मडगार्ड मेरी Safari के
हर स्क्रैच हर डेंट अपनी कहानी कहता है

पर अब एक अच्छे ड्राइवher के साथ मैं अच्छा डेंटर भी हूँ
मैं मेंटेनन्स रखता हूँ, वो चमचमाती रहती है।



चलना उसका प्रारब्ध और
चलाना मेरा शौक है।